Raksha Bandhan Festival 2023 : रक्षाबंधन का त्यौहार कब, क्यों और किसलिए मनाया जाता है, जानिए इतिहास, कहानियां? Raksha Bandhan Festival Celebrated Complete Detail
Indian Festival List : भारत के प्रमुख व्रत, पर्व और त्यौहारों की सूची, इंडियन फेस्टिवल लिस्ट 2023 (Indian Festival, 2023- 2024 Dates In Hindi) 2023 भारत की छुट्टियों का कैलेंडर | Bharat Ke Pramukh Tyohar, Mahotsav | Indian Holidays List 2023 in Hindi
भारत में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के अनुसार कई प्रमुख व्रत, पर्व और त्यौहार मनाए जाते हैं।
यहां कुछ प्रमुख व्रत, पर्व और त्यौहार की सूची दी गई है:
हिन्दू धर्म:
- दीवाली (Deepavali): यह एक प्रमुख हिन्दू पर्व है जिसे ‘दीपावली’ भी कहते हैं। यह पर्व आमतौर पर अक्टूबर या नवम्बर महीने में मनाया जाता है और इसका मुख्य उद्देश्य जीवन की खुशियों की घोषणा करना होता है।
- होली: यह वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक प्रमुख धार्मिक पर्व है जिसमें भगवान विष्णु की भक्ति के रूप में मनाया जाता है।
- राखी (रक्षाबंधन): यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक होता है जिसमें बहनें अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी रक्षा करने की कामना करती हैं।
- जन्माष्टमी: यह कृष्ण भगवान की जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है, जिसमें भक्त रात्रि को जागरण करते हैं और भगवान की पूजा करते हैं।
- नवरात्रि: यह पर्व माता दुर्गा की पूजा के लिए मनाया जाता है और इसके दौरान नौ दिन तक व्रत रखे जाते हैं।
- दशहरा (विजयदशमी): यह पर्व दुर्गा पूजा के दसवें दिन को मनाया जाता है और इसके साथ ही भगवान राम के द्वारा रावण का वध किया जाने की खुशी में भी मनाया जाता है।
इस्लामिक धर्म:
- ईद-उल-फित्र (रमजान ईद): यह ईद ईस्लामी कैलेंडर के महीने रमजान के बाद मनाई जाती है और यह महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए मनायी जाती है।
- ईद-उल-अज़हा (बकरी ईद): यह ईद हज़ पर्व के दौरान मनाई जाती है और मुस्लिम समुदाय के लोग बकरे की कुर्बानी करते हैं।
सिख धर्म:
- गुरु पूरब: यह पर्व सिख समुदाय में उनके गुरुओं के जन्मदिन की खुशी में मनाया जाता है।
- वैसाखी (बैसाखी): यह सिख समुदाय का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे पंजाब में खेती के मौसम के आगमन के साथ मनाया जाता है।
यह केवल कुछ प्रमुख व्रत, पर्व और त्यौहारों की सूची है, और भारत में और भी अनेक प्रकार के पर्व और त्यौहार मनाए जाते हैं जो विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों में मनाए जाते हैं।
भारत के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार (Indian Festival 2023 Dates List ) Indian Festival List
Important Festivals of India : भारत में मनाए जाने वाले त्योहार के नाम (इंडियन फेस्टिवल) निम्न प्रकार से है :-
भारत के महत्वपूर्ण सांकृतिक त्यौहार (Indian Cultural Festival Dates)
त्यौहार का नाम | 2023 | 2024 |
दिवाली | 12 नवम्बर | 1 नवम्बर |
दशहरा | 24 अक्टूबर | 12 अक्टूबर |
होली | 8 मार्च | 25 मार्च |
जन्माष्टमी | 6 सितंबर | 26 अगस्त |
गणेश चतुर्थी | 19 सितंबर | 7 सितम्बर |
रक्षाबंधन | 30 अगस्त | 19 अगस्त |
ईद | 22 अप्रैल | 10 अप्रैल |
क्रिसमस | 25 दिसंबर | 25 दिसंबर |
गुरु नानक जयंती | 27 नवम्बर | 15 नवम्बर |
गणतंत्र दिवस | 26 जनवरी 2023 | 26 जनवरी 2024 |
स्वतंत्रता दिवस | 15 अगस्त 2023 | 15 अगस्त 2024 |
महात्मा गांधी जयंती | 2 अक्टूबर 2023 | 2 अक्टूबर 2024 |
भारत के अन्य धार्मिक त्यौहार (Indian religious festivals)-
त्यौहारों का नाम | 2023 | 2024 |
महाशिव रात्रि | 18 फरवरी | 8 मार्च |
फुलेरा दूज | 21 फरवरी | 12 मार्च |
गुड फ्राइडे | 7 अप्रैल | 29 मार्च |
ईस्टर | 9 अप्रैल | 31 मार्च |
रंग पंचमी | 12 मार्च | 30 मार्च |
गुड़ी पड़वा | 22 मार्च | 9 अप्रैल |
राम नवमी | 30 मार्च | 17 अप्रैल |
गणगौर | 8 मार्च | 25 मार्च |
अक्षय तृतीया | 22 अप्रैल | 10 मई |
बुद्ध पूर्णिमा | 5 मई | 23 मई |
गंगा दशहरा | 28 मई | 16 जून |
मिथुना संक्राती | 15 जून | 15 जून |
जगन्नाथ रथ यात्रा | 20 जून | 7 जुलाई |
जयापार्वती व्रत | 1 जुलाई | 19 जुलाई |
हरियाली तीज | 19 अगस्त | 7 अगस्त |
नाग पंचमी | 21 अगस्त | 9 अगस्त |
उपाकर्म | 30 अगस्त | 19 अगस्त |
कजरी तीज | 2 सितंबर | 22 अगस्त |
बहुला चौथ | 3 सितम्बर | 22 अगस्त |
हर छठ | 5 सितम्बर | 7 नवम्बर |
पर्युषण | 11 सितम्बर | – |
हरतालिका तीज | 18 सितंबर | 6 सितम्बर |
ऋषि पंचमी | 20 सितम्बर | 8 सितम्बर |
संतान सप्तमी | 22 सितम्बर | 24 सितम्बर |
राधा अष्टमी/ महालक्ष्मी व्रत | 23 सितम्बर | 11 सितम्बर |
अनंत चतुर्दशी | 28 सितम्बर | 16 सितम्बर |
श्राद्ध | 29 सितम्बर | 17 सितम्बर |
जीवित्पुत्रिका | 6 अक्तूबर | 24 सितम्बर |
नवरात्री | 15 अक्तूबर | 3 अक्तूबर |
बठुकम्मा महोत्सव | 14 अक्तूबर | 25 सितम्बर |
नवपत्रिका पूजा | 21 अक्टूबर | 9 सितम्बर |
सरस्वती पूजा | 26 जनवरी | 14 फरवरी |
शरद पूर्णिमा / कोजागरी व्रत | 28 अक्टूबर | 16 अक्तूबर |
करवाचौथ | 1 नवम्बर | 20 अक्तूबर |
अहौई अष्टमी | 5 नवम्बर | 24 अक्तूबर |
धनतेरस | 10 नवम्बर | 29 अक्तूबर |
नरक चतुर्दशी | 12 नवम्बर | 31 अक्तूबर |
आद्य काली पूजा | 12 नवम्बर | 31 अक्तूबर |
गोवर्धन पूजा/ अन्नकूट | 14 नवम्बर | 2 नवम्बर |
भैया दूज/ यम द्वितीया | 15 नवम्बर | 2 नवम्बर |
छठ पूजा | 19 नवम्बर | 7 नवम्बर |
गोपाष्टमी | 20 नवम्बर | 9 नवम्बर |
अक्षय आँवला नवमी | 21 नवम्बर | 10 नवम्बर |
जगद्धात्री पूजा | 21 नवम्बर | 10 नवम्बर |
तुलसी विवाह | 24 नवम्बर | 12 नवम्बर |
वैकुण्ठ चतुर्दशी | 25 नवम्बर | 14 नवम्बर |
मणि कर्णिका स्नान | 26 नवम्बर | 14 नवम्बर |
विवाह पंचमी | 17 दिसम्बर | 6 दिसम्बर |
मंडला पूजा | 27 दिसम्बर | 26 दिसम्बर |
ग्यारस या एकादशी व्रत तिथी ( Ekadashi vrat dates):
एकादशी व्रत विशेष रूप से हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण होते हैं। ये व्रत पूरे दिन के लिए रखे जाते हैं और हर एकादशी के पीछे विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक माहत्व होता है। ये व्रत दो पक्षों के द्वादशी तिथियों के बीच आते हैं, जिनमें चांद्रमा की स्थिति के कारण वैदिक कैलेंडर में भिन्नता होती है।
वर्ष के प्रत्येक माह में ग्यारस की दो तिथियाँ आती हैं एक शुक्ल पक्ष एवम एक कृष्ण पक्ष. एकादशी के स्वामी भगवान विष्णु कहे जाते हैं. भक्त जन अपने मनोरथ के लिए एकादशी व्रत का पालन करते हैं . हिन्दू संस्कृति में एकादशी का महत्व सर्वाधिक होता हैं. मनुष्य अपने दुखो को दूर करने के उद्देश्य से इस व्रत का पालन करता हैं. वर्ष में 26 एकादशी व्रत का पालन किया जाता हैं. सभी एकादशी व्रत के पीछे एक पौराणिक कथा हैं, जिसमे एकादशी का उद्देश्य एवम भाव निहित हैं।
एकादशी नाम | पक्ष | 2023 | 2024 |
सफला | कृष्ण | – | 7 जनवरी |
पौष पुत्रदा | शुक्ल | 2 जनवरी | 20 जनवरी |
षष्ठीला | कृष्ण | 18 जनवरी | 5 फरवरी |
जया | शुक्ल | 1 फरवरी | 19 फरवरी |
विजया | कृष्ण | 16 फरवरी | 6 मार्च |
आमलकी | शुक्ल | 3 मार्च | 20 मार्च |
पापमोचिनी | कृष्ण | 18 मार्च | 4 अप्रैल |
कामदा | शुक्ल | 1 अप्रैल | 19 अप्रैल |
वरुठिनी | कृष्ण | 16 अप्रैल | 4 मई |
मोहिनी | शुक्ल | 1 मई | 18 मई |
अपरा | कृष्ण | 15 मई | 2 जून |
निर्जला | शुक्ल | 31 मई | 17 जून |
योगिनी | कृष्ण | 14 जून | 1 जुलाई |
देव शयनी | शुक्ल | 29 जुलाई | 17 जुलाई |
कामिका | कृष्ण | 13 अगस्त | 31 जुलाई |
पुत्रदा | शुक्ल | 27 अगस्त | 15 अगस्त |
पद्मिनी (अधिक मास) | कृष्ण | 29 जुलाई | – |
परमा (अधिक मास) | शुक्ल | 12 अगस्त | – |
अजा | कृष्ण | 10 सितम्बर | 29 अगस्त |
परिवर्तिनी/ डोल ग्यारस | शुक्ल | 25 सितम्बर | 14 सितम्बर |
इंदिरा | कृष्ण | 10 अक्टूबर | 28 सितम्बर |
पापांकुशा | शुक्ल | 25 अक्टूबर | 13 अक्तूबर |
रमा | कृष्ण | 9 नवम्बर | 27 अक्तूबर |
प्रबोधिनी/ देव उठनी | शुक्ल | 23 नवम्बर | 12 नवम्बर |
उत्पन्ना | कृष्ण | 8 दिसम्बर | 26 नवम्बर |
मोक्षदा | शुक्ल | 23 दिसम्बर | 11 दिसम्बर |
पूर्णिमा व्रत ( Purnima Vrat Date):
पूर्णिमा व्रत चांद्रमा की पूरी दिखाई देने वाली तिथि को मनाए जाते हैं और यह विभिन्न धार्मिक समुदायों में महत्वपूर्ण होते हैं। पूर्णिमा के दिन चांद्रमा पूरी तरह से दिखाई देता है और इसे पूर्णिमा या पूनमी भी कहते हैं।
हिन्दू पंचांग के अनुसार एक माह में दो पक्ष (शुक्ल कृष्ण) होते हैं, जो कि अमावस से पूर्णिमा एवं पूर्णिमा से अमावस के बीच होते हैं . इस तरह प्रति वर्ष 12 पूर्णिमा आती हैं . पूर्णिमा के दिन अथवा एक दिन पूर्व सत्यनारायण भगवान की कथा एवम पूजा का महत्व होता हैं . पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपने पूर्ण रूप में होता हैं इस दिन उपवास का महत्व होता हैं जिसे हिन्दू धर्म में बड़े नियमो द्वारा निभाया जाता हैं।
मासिक पूर्णिमा | महत्व | 2023 | 2024 |
चैत्र | हनुमान जयंती | 6 अप्रैल | 23 अप्रैल |
वैशाख | बुद्ध जयंती | 5 मई | 23 मई |
ज्येष्ठ | वट सावित्री | 3 जून | 21 जून |
आषाढ़ | गुरू पूर्णिमा | 3 जुलाई | 21 जुलाई |
श्रावण पूर्णिमा | रक्षाबंधन | 30 अगस्त | 19 अगस्त |
भाद्रपद पूर्णिमा | श्राद्ध/ पितृ | 29 सितम्बर | 17 सितम्बर |
आश्विन | शरद पूर्णिमा | 28 अक्टूबर | 16 अक्तूबर |
कार्तिक पूर्णिमा | – | 27 नवम्बर | 15 नवम्बर |
अग्रहण्य पूर्णिमा | – | – | – |
पौष पूर्णिमा | – | 6 जनवरी | 25 जनवरी |
माघ | माघ मेला | 6 जनवरी | – |
फाल्गुन | होली | 8 मार्च | 25 मार्च |
मासिक अमावस्या व्रत (Monthly Amavasya Fast)-
मासिक अमावस्या, जिसे नये मास की शुक्ल पक्ष की तिथि के बाद आने वाले कृष्ण पक्ष की तिथि के दिन मनाया जाता है, धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। अमावस्या का अर्थ होता है ‘नये मास की आखिरी तिथि’, जिसमें चांद्रमा का कोई भी भाग दिखाई नहीं देता है।
मासिक पूर्णिमा | महत्व | 2023 | 2024 |
चैत्र | चैत्र अमावस्या | 21 मार्च | 8 अप्रैल |
वैशाख | बैसाख अमावस्या | 20 अप्रैल | 7 मई |
ज्येष्ठ | शनि जयंती | 19 मई | 6 जून |
आषाढ़ | सोमवती अमावस्या | 18 जुलाई | 8 अप्रैल |
श्रावण | श्रावण अमावस्या | 16 जुलाई | 4 अगस्त |
भाद्रपद | पिठोरी अमावस्या, चन्द्र ग्रहण | 14 सितम्बर | 2 सितम्बर |
आश्विन | सर्व पितृ अमावस्या | 14 अक्टूबर | 2 अक्तूबर |
कार्तिक | दीवाली | 10 नवम्बर | 29 अक्तूबर |
अग्रहण्य | मार्गशीर्ष अमावस्या | 12 दिसम्बर | 1 दिसम्बर |
पौष | पौष अमावस्या | 21 मार्च | – |
पौष | – | ||
माघ | मौनी अमावस्या | 21 जनवरी | 9 फरवरी |
फाल्गुन | सूर्य ग्रहण |
यहाँ आपको भारत के प्रमुख त्यौहारों की सूची की जानकारी दी गई है | यदि इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव प्रकट करे, आपकी प्रतिक्रिया का निवारण किया जायेगा।